मित्रो !
कहते हैं:
1. चिंता चिता समान
है।
2. जीते को चिंता
खाती है, मुर्दे
को चिता जलाती
है।
It is said:
1. Worry is similar to pyre;
2. Worry eats the living being and pyre burns the dead.
प्रश्न यह है :
Question is:
चिंताओं से छुटकारा
कैसे पाएं : How to get rid of worries?
मेरा मानना है कि
चिंताओं पर केवल
चिंतन से विजय
पायी जा सकती
है।
I believe that worry can only be won over by contemplation.
इससे पहले कि
चिंता आपको खाये,
आप चिंता को
मार डालो।
Before, the worry kills you, you kill the worry.
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