Saturday, September 5, 2015

हम दुखी क्यों हैं


मित्रो !

      जो हमारे लिए करने योग्य नहीं है उसका किया जाना और जो हमारे लिए करने योग्य है उसका न किया जाना ही हमें दुःख देते हैं।


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