Friday, June 3, 2016

प्रकृति को आहत न करें : Do not hurt the nature

मित्रो !

 प्रकृति अपना संतुलन अपने आप बनाती है। बाहरी हस्तक्षेप के बिना हमें प्रकृति को अपना काम करने देना चाहिए। यहाँ तक कि बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में भी हमें अपनी आवश्यकतानुसार न्यूनतम प्राकृतिक साधनों और संसाधनों का प्रयोग करना चाहिए।

Friends !
           Nature maintains its equilibrium of its own. Let the nature do its own work with least outside intervention. Even to meet our basic needs, we should use minimal natural means and resources according to our requirement.






Tags:
Nature, hurt, equilibrium, intervention, requirement, natural, means, resources



    

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