Wednesday, May 18, 2016

साझे की विरासत के संरक्षण का दायित्व सबका

मित्रो !
     पृथ्वी, जल, पवन, अग्नि, आकाश पर ईश्वर के सिवा किसी अन्य का एकाधिकार नहीं है, ये सभी प्राणियों के उपयोग / उपभोग के लिए हैं। ऐसे में यदि कोई जीव-जंतु इनकी संरचना को बिगाड़ने का कोई कार्य करता है तब उसे ऐसा करने से रोकना सभी का अधिकार भी है और सभी का दायित्व भी।


     ऐसे में हम सबका दायित्व बनता है कि कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को साझा विरासत के उपयोग / उपभोग से रोके और हम सब मिलकर साझा विरासत की रक्षा करें। यदि कोई व्यक्ति इसकी पवित्रता को या इसको समूल नष्ट करने का प्रयास कर रहा हो तब उसे ऐसा करने के लिए समझाएं और यदि वह माने तब उसका सामाजिक वहिष्कार करें।




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