Friday, October 21, 2016

गरीबी रेखा : Poverty Line

मित्रो !
         गरीब वह व्यक्ति होता है जिसे अपनी आय को देखते हुए सामान्य जीवन जीने के लिए भी अपनी न्यूनतम बुनियादी आवश्यकताओं (minimum basic necessities) से समझौता करना पड़ता है। स्थानीय परिस्थितियों और बुनियादी आवश्यकताओं को देखते हुए अलग-अलग स्थानों और देशों में रह रहे व्यक्तियों के लिए ऐसी न्यूनतम आय भिन्न-भिन्न हो सकती है। एक गरीब व्यक्ति की बुनियादी आवश्यकताएं रोटी, कपड़ा और मकान तक सीमित हो सकतीं हैं किन्तु जिस देश में वह रह रहा है उस देश की सरकार अपने नागरिकों की बुनियादी आवश्यकताओं में एक न्यूनतम स्तर तक शिक्षा और चिकित्सा भी अनिवार्य रूप में शामिल कर सकती है। ऐसी स्थिति में अपेक्षित न्यूनतम आय सीमा भी अधिक हो जाती है। मंहगाई बढ़ने से भी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने की लागत बढ़ जाती है। किसी देश की सरकार, जो मंहगाई उन्मूलन का प्रोग्राम चलाती है उसे गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों को चिन्हित करने के लिए ऐसे सभी तथ्यों पर विचार करना चाहिए। मेरा मानना है कि -

         किसी देश की सरकार अपने देश के नागरिकों के रहन-सहन के जिस न्यूनतम स्तर का पूरा होना आवश्यक मानती है, रहन-सहन के उस स्तर को प्राप्त करने और बनाये रखने के लिए आवश्यक आय से कम आय वाले नागरिकों को उस देश का गरीब नागरिक समझा जाना चाहिए।
Below Poverty Line : गरीबी रेखा के नीचे। 


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