मित्रो।
हम सदैव वकालत करते हैं कि हमें सकारात्मक सोच (Positive thinking) रखनी चाहिए। कुछ लोग स्वभाव से ही सकारात्मक सोच के धनी होते हैं किन्तु अन्य लोगों द्वारा इसे अभ्यास द्वारा विकसित किया जा सकता है। इसको विकसित तभी किया जा सकता है जब हमें ज्ञात हो कि सकारात्मक सोच क्या है। मेरे विचार से -
सकारात्मक सोच सकारात्मक परिणाम (positive result) की आशा से ओत-प्रोत एक मानसिक और भावनात्मक रवैया (attitude) है जो जीवन के उज्ज्वल पक्ष पर केंद्रित होता है।
सकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति को विश्वास होता है कि वह अपने रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं और कठिनाइयों पर विजय पा लेगा। ऐसा व्यक्ति अपने मन में उठने वाली किसी भी आशंका को दृढ़तापूर्वक नकार देता है।
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