मित्रो !
जब सम्पूर्ण जगत की रचना करने वाला ईश्वर एक है तब
ईश्वर क्या है, वह क्या चाहता है और क्या
करता है, को लेकर अलग-अलग लोंगों के
अलग-अलग विचार होने का कारण मनुष्य का ईश्वर के प्रति अज्ञानी या अल्प ज्ञानी होना
ही है।
When the creator of whole universe is one God then concept of separate God, by the different people, in the context of what God is, what He wants and what He does is due to our ignorance or incomplete knowledge about God.
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