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Thursday, July 26, 2018

तेरा ईश्वर मेरा ईश्वर YOUR GOD AND MY GOD


मित्रो!
     ईश्वर आस्था का विषय है। हर व्यक्ति का अपना ईश्वर होता है। समस्या उस समय उत्पन्न होती है जब कोई व्यक्ति अपने ईश्वर को दूसरों पर थोपने का प्रयास करता है। इसका कारण ईश्वर के प्रति हमारी अज्ञानता है।
YOUR GOD AND MY GOD
          God is the matter of faith. Every person has his own God. Problem arises when a person tries to impose his own God on others. The reason for this is our ignorance towards God.



Monday, December 4, 2017

अज्ञानता घातक है : IGNORANCE IS FATAL

मित्रो !
      अपराध चाहे अनजाने में हुआ हो या फिर जान-बूझ कर किया गया हो, दोनों ही दशाओं में अपराध का कारण सदैव अज्ञान ही होता है।
      अनजाने में अपराध करने वाला यह नहीं जानता कि वह जो कुछ कर रहा है वह अपराध है, जान-बूझ कर अपराध करने वाला यह तो जानता है कि वह जो कुछ कर रहा है वह अपराध है किन्तु वह यह नहीं जानता कि अपराध करना अनुचित है।  
       The reason behind all crimes is always ignorance, in both the cases, whether it is done unintentionally or committed deliberately.
                One who commits an offence unknowingly does not know that whatever he is doing is an offence and the other who commits an offence knowing that whatever he is doing is an offence, commits the offence because he does not know that it is unfair to commit an offence.


Friday, October 7, 2016

ईश्वर के प्रति अज्ञानता : IGNORANCE ABOUT GOD

मित्रो !
          जब सम्पूर्ण जगत की रचना करने वाला ईश्वर एक है तब ईश्वर क्या है, वह क्या चाहता है और क्या करता है, को लेकर अलग-अलग लोंगों के अलग-अलग विचार होने का कारण मनुष्य का ईश्वर के प्रति अज्ञानी या अल्प ज्ञानी होना ही है।

 
        When the creator of whole universe is one God then concept of separate God, by the different people, in the context of what God is, what He wants and what He does is due to our ignorance or incomplete knowledge about God.


Friday, September 2, 2016

मृत्यु से भय का कारण अज्ञान : Cause Of Fear Of Death Is Ignorance

मित्रो !
       किसी वस्तु पर केवल उसके रचनाकार का ही अधिकार हो सकता है। हमने स्वयं अपनी रचना नहीं की है, हमारा रचयिता कोई और ही है। अज्ञान और मिथ्या अहंकार के कारण हम दूसरे की रचना पर अपना अधिकार मान बैठे हैं। हमारे मृत्यु से भय का कारण यही है। 
    Only creator of an object can have rights in the object created. We have not created ourselves, our creator is someone else. Due to false pride and ignorance we assume our authority over other's creation. This is the sole cause of our fear of death.
  किसी कृति (creation) पर कृति की रचना करने वाले रचनाकार अथवा ऐसे व्यक्ति जिसके आदेश पर या जिसके लिए रचनाकार ने रचना की है का ही अधिकार हो सकता है। हमने स्वयं अपनी रचना नहीं की है और न ही हमारे आदेश पर किसी रचनाकार ने हमारी रचना की है। अज्ञान और मिथ्या अहंकार के कारण हम दूसरे की रचना पर अपना अधिकार मान बैठे हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने द्वारा दी गयी अपनी वस्तु बापस लेता है तब इसमें शोक कैसा? जो वस्तु हमारी है ही नहीं उसके छिन जाने का भय कैसा? जब कोई दूसरा व्यक्ति अपनी वस्तु हमें उपयोग के लिए देता है तब हमें उस वस्तु पर स्वामित्व का अधिकार नहीं मिलता। तब हम वस्तु देने वाले से यह कैसे कह सकते हैं कि वह वस्तु बापस लेने का अधिकारी नहीं है। हमें तो दूसरे के द्वारा हमारे उपयोग के लिए वस्तु दिए जाने के लिए उसका कृतज्ञ होना चाहिए। 


Monday, May 23, 2016

प्रगति में बाधक अज्ञान : Ignorance Hampers Progress

मित्रो !

    अज्ञान हमारी शक्ति और क्षमता को कम कर देता है। अज्ञानता के कारण ही हम अपने अंदर विद्यमान अनेक शक्तियों का प्रयोग करने में विफल रहते हैं।
       Ignorance reduces our strength and efficiency. Due to ignorance, we fail to use numerous powers present within us.


Friday, May 20, 2016

जनसँख्या बृद्धि दर अधिक होने के कारण : Reasons for Higher Growth Rate of Population

मित्रो !
       अधिक संतानें पैदा करने या जनसँख्या की बृद्धि दर अधिक होने के पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं :-
() अज्ञान
() अशिक्षा
() आर्थिक कमजोरी (बेरोजगारी)
() असुरक्षा की भावना। 
    मेरा विचार है कि जनसँख्या की बृद्धि दर पर नियंत्रण पाने के लिए योजनायें इन कारणों को ध्यान में रख कर बनायीं जानीं चाहिए। 
   कारण और भी हैं जिनका उल्लेख मैं यहां करना उचित नहीं समझता। इनका उल्लेख मैं आगे आने वाली किसी पोस्ट में करूँगा।


Tuesday, March 15, 2016

सबसे बड़ा शत्रु अज्ञान

मित्रो !
        मनुष्य अज्ञानी होने के कारण असाध्य इच्छाएं पालता है और अज्ञान के कारण ही वह व्यसनों का शिकार होता है। 
        


A man, being ignorant, nurtures unworkable desires and also due to his ignorance, he falls a victim of addictions.


Friday, June 12, 2015

ज्ञान क्या, अज्ञान क्या


मित्रो !
ज्ञान से अभिप्राय किसी वस्तु, विषय या प्रक्रिया के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी से होता है। ज्ञान ही हमें कार्य करने की योग्यता तथा सही और गलत में विभेद करने की क्षमता प्रदान करता है। जिस प्रकार प्रकाश के अभाव में अँधेरा होता है उसी प्रकार ज्ञान के अभाव में अज्ञान होता है। जिस प्रकार अँधेरे को प्रकाश मिटा देता है उसी प्रकार अज्ञान को ज्ञान मिटा देता है।