मित्रो !
Freedom is a good thing and we all love it. But
it's domain is like open sky which has no limits. If we want to maintain and
preserve our specific character, we, ourselves, will have to fix limits of our
freedom and thereafter, we will have to protect those limits from our own
encroachment and external aggression.
आज़ादी अच्छी चीज है और सभी को अच्छी लगती है। किन्तु आज़ादी का विस्तार खुले आसमान की तरह है जिसकी कोई सीमायें नहीं होतीं। ऐसे में यदि हम अपना चरित्र विशेष बनाये रखना चाहते हैं तब हमें अपनी आज़ादी की सीमायें स्वयं निर्धारित करनी होंगी और उन सीमाओं की हमें स्वयं के अतिक्रमण और बाह्य आक्रमण से रक्षा करनी होगी।
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