Friends!
अनेक मामलों में हम असफल होते हैं क्योंकि नए कार्य शुरू करने से पहले हम उन पर तर्क पूर्ण ढंग से विचार नहीं करते। तर्क के आभाव में हमारी सही निर्णय लेने की क्षमता हमेशा एक अबोध बच्चे की निर्णय लेने की क्षमता के बराबर होती है जो सही और गलत के बीच अंतर नहीं कर सकता।
In
many cases we fail because before starting new assignment, we do not apply
logic. Without application of logic our capacity to take correct decision is
always equal to decision taking capacity of an innocent child who cannot
differentiate in between right and wrong.
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