मित्रो !
परम न्यायी परम पिता यह कैसे कर सकता है कि वह अपनी कुछ सन्तानों को सारे संसाधन दे दे और शेष सन्तानों को संसाधन विहीन रखकर उन्हें साधन सम्पन्न सन्तानों की कृपा पर छोड़ दे।
ईश्वर निष्पक्ष और न्यायी होने से भेदभाव नहीं करता। गरीब - अमीर, ऊँच - नीच की रचना मानव ने की है। कुछ लोगों को मानव ने ही प्राकृतिक संसाधनों से वंचित रखा है। वंचितों को उनका हक़ मिलना चाहिए।
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