Sunday, May 29, 2016

वैश्विक स्तर पर स्वीकार्य धर्म : Globally Acceptable Religion

मित्रो !

     वस्तुतः मानवता ही ऐसा धर्म है जो विभिन्न धर्मों के अनुयायियों को एक सूत्र में बाँध सकता है। मेरा मानना है कि विभिन्न धर्मों के रहते विश्व स्तर पर मानवता को द्वितीयक अनिवार्य धर्म घोषित किये जाने और ऐसे धर्म की शिक्षा को अनिवार्य होने की सहमति बनायीं जानी चाहिए। 
        Humanity is indeed the only religion which can bind followers of all religions in a single thread. I am of the view that various religions remaining in existence, global consent should be developed for declaring "Humanity" as secondary mandatory religion and to make its education compulsory.




 

No comments: