मित्रो !
किसी व्यक्ति का दिल जीते बिना उसके दिल पर राज नहीं किया जा सकता। तीर और तलवार से युद्ध जीते जा सकते हैं, विद्रोहियों को दबाया जा सकता है किन्तु दिल नहीं जीते जा सकते। दिल तो सत्कर्म और सदाचार से ही जीते जा सकते हैं।
Without winning the heart of a person you can not
rule his/her heart. Battles can be fought, opponents can be suppressed but
hearts cannot be won with arrows and swords. Hearts can be won only by noble
deeds and virtues.