मित्रो !
मेरे विचार से इंसानियत एक ऐसी चीज है जिससे किसी भी धर्म के अनुयायी को परहेज नहीं है। अनेक धर्मों को मानने वाले लोगों के देश में मेरा मानना है कि इंसानियत के दायरे में जो कुछ आता है उसे राष्ट्रीय संस्कृति का हिस्सा मानकर राष्ट्रीय चरित्र घोषित किया जाना चाहिए और इसके सिद्धांतों का उल्लंघन दंडनीय बनाया जाना चाहिए।
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