मित्रो !
ज्ञान
एक सत्य होता है। जिस प्रकार किसी सत्य को नकारा नहीं जा सकता उसी प्रकार ज्ञान
को भी झूठा नहीं ठहराया जा सकता। ज्ञान के नाम पर जो कुछ खण्डित किया जा सकता है
वह या तो वह अज्ञान होता है या फिर वह अपूर्ण ज्ञान होता है। अनुभव से ज्ञान का
सृजन संभव है किन्तु अनुभव से ज्ञान का खण्डन संभव नहीं है।
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