मित्रो !
सभी प्राणियों के प्रति दया, परोपकार और सच्चे प्यार तथा निस्वार्थ सेवा का भाव रख कर इनका आचरण करने वाला विनम्र और कर्मठ व्यक्ति ही सच्ची ख़ुशी और संतुष्टि पाता है। इस नश्वर जगत में सच्चे सुख और संतोष से बढ़कर कुछ भी नहीं है।
In this mortal world, there is nothing more than the true happiness and satisfaction. Only a diligent and humble person, who believes in altruism, compassion, true love and selfless service towards all creatures and who cultivates them, finds true happiness and contentment.
No comments:
Post a Comment