मित्रो !
किस्मत पर सब कुछ छोड़ देने वाले व्यक्ति की अपनी जीवन नौका दिशाहीन होकर आगे बढ़ती है। ऐसे में वह कभी सुखदायी छाँव भरे रास्ते से गुजरता है तो कभी तपिस भरे कटीले रास्तों से। ऐसे व्यक्ति के लिए विकल्प नहीं रह जाते, जबकि अन्य व्यक्तियों के लिए विकल्प सदैव उपलब्ध रहते हैं।
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