मित्रो !
हर गुजरा हुआ कल एक दिन आज था, हर आने वाला कल एक दिन आज होगा। यदि हम चाहते हैं कि हमारा भूत और भविष्य दोनों स्वर्णिम हों तब हमें अपने वर्तमान को स्वर्णिम बनाना होगा । हमें यह ध्यान रखना होगा कि वर्तमान हमारे लिए न तो प्रतीक्षा करता है और न ही प्रतीक्षा करने देता है।
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