मित्रता
मित्रो !
मित्रता में वैयक्तिक हितों का कोई स्थान नहीं होता। मित्रता फूले-फले, इसके लिए आवश्यक होता है कि वैयक्तिक हितों के मुद्दों को दरकिनार कर दिया जाय। मित्र के सामने अपने को श्रेष्ठ साबित करने या अपने निर्णय को मित्र पर थोपने का प्रयास मित्रता के लिये घातक होता है।
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